दोस्तों झरिया को सर्वाधिक प्रदूषित शहर का दाग जो लगा था, वो लॉक डाउन के कारण धूल गया । जहां हमने झरिया को प्रदूषित किया वह प्रकृति ने अपने आप ही इससे साफ कर लिया। ऐसे पहली बार हुआ है जब प्रकृति खुद से ही अपने आप को साफ़ कर रही हैं।
आज प्रभात खबर में न्यूज़ छपी है कि झरिया का प्रदुषण का स्तर बहुत ही कम हो गया हैं। जहां गर्मी के दिनों में प्रदुषण का स्तर बहुत ही ज्यादा हो जाया करता था वो अभी बहुत नीचे चला गया हैं। कोरोना वायरस के कारण लगे लॉक डाउन में सभी अपने अपने घरों में ही रह रहे हैं, सारे कल-कारखाने, माइनिंग, बिज़नेस, दुकानें सब बंद पड़े हैं।
दोस्तों हमें इससे सिखने की जरुरत हैं कि लॉक डाउन के बाद हम काम शुरू भी करे तो प्रकृति को गन्दा न करें। साफ सफाई का पूरा ध्यान रखा जाये और जहां से भी पेड़ काटे जाये कोयला निकलने के लिए, उसके बदले में 10 पेड़ लगाए जाये।
No comments:
Post a Comment